बाराबंकी: मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के दशवंतपुर गांव में रविवार को बिजली के खंभे के स्टे वायर में उतरे करंट की चपेट में आकर बच्चे की जान चली गई, जबकि उसे बचाने में पिता झुलस गया। आरोप है कि तीन दिन से स्टे वायर में करंट दौड़ रहा था, लेकिन सूचना के बाद भी जिम्मेदारों ने खराबी दूर नहीं की। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। ग्रामीणों के मुताबिक दशवंतपुर गांव में सीमेंट के बिजली पोल पर एलटी लाइन खींची गई थी। हर खंभे में स्टे वायर लगा है। गांव निवासी अंसार के घर के बाहर भी बिजली का खंभा लगा है। इस पोल से लगे स्टे वायर में तीन दिनों से करंट उतर रहा था। आरोप है कि इसकी सूचना जेई व लाइनमैन को दी गई थी, लेकिन उसे ठीक नहीं किया गया। रविवार को सुबह करीब 10 बजे अंसार का बेटा उमेर (2) खेलते-खेलते खंभे के पास पहुंच गया।
इसी दौरान वह स्टे वायर में उतरे करंट की चपेट में आ गया। बेटे को खंभे में चिपका देख उसे बचाने पहुंचा अंसार भी करंट लगने से झुलस गया। चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे आसपास के लोगों ने किसी तरह दोनों को अलग किया। सीएचसी सूरतगंज ले जाते समय उमेर ने रास्ते में दम तोड़ दिया। अंसार का उपचार किया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि अंसार की हालत खतरे से बाहर है। एसडीएओ दिलीप जायसवाल ने बताया कि स्टे वायर में करंट उतरने की विभाग के पास कोई शिकायत नहीं थी। इस मामले की जांच शुरु कर दी गई है। रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी।
हादसे के बाद रिसीव नहीं हुआ फोन
बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जल्द फोन रिसीव नहीं करते। ग्रामीणों का आरोप है कि हादसे के बाद कई बार सूरतगंज बिजली सब स्टेशन के जेई को काॅल की गई, लेकिन उनके सीयूजी नंबर पर काॅल रिसीव नहीं हुई।