सगड़ी तहसील के जीयनपुर लद्दाशाह मेला में सैकड़ों की संख्या जुटें जायरीन सुरक्षा व शांति के लिए पुलिस के जवान रहे तैनात

धर्म/ आध्‍यात्‍म/ संस्‍कृति

सगड़ी, आजमगढ़
संवाददाता : रिंकू सिंह / विशाल सिंह
आजमगढ़ जनपद में सगड़ी तहसील के जीयनपुर स्थित लद्धा शाह का दो दिवसीय मेला में दुसरे दिन सैकड़ों की संख्या में जूटे जायरीन प्रशासन रहा मुस्तैद दो दिवसीय मेला में सैकड़ों की संख्या में दूरदराज से जुटें जायरीन मजार पर चादर चढा मांग रहे मन्नत जगह जगह पुलिस व पीएसी के जवान तैनात। जीयनपुर कस्बा में स्थित दो दिवसीय प्रसिद्ध दिवा रात्रि लद्दाहशाह का मेला में बुधवार को भारी बारिश के बाद भी दोपहर से सैकड़ों की संख्या दुरदराज से जायरीन जुटे रहे मजार पर चादर चढ़ाकर मन्नत मांग रहे प्रशासन दो दिवसीय मेला को लेकर सतर्क है वहीं पुलिस के जवानों की जगह जगह शांति व सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है वहीं लद्दाहशाह मेला पर सैकड़ों की संख्या में भांति भांति के दुकानदार अपनी दुकान लगाये है नगर पंचायत के कर्मचारी व मेला के आयोजक मेला की व्यवस्था में लगे रहे मेला में सैकड़ों की संख्या में लोग प्रसिद्ध लद्दाहशाह का मेला देखने के लिए पंहुच रहे हैं। मजार परिसर में तरह-तरह के सामानों की दुकानें लगाई गई है,बाबा के सालाना उर्स में जनपद ही नहीं, आसपास के दर्जनों जिलों के लोग शिरकत करते हैं।बाबा के चौखट पर मत्था टेकते हैं।उनसे दुआएं मांगते हैं।यहां भूत, पिशाच, जादू, टोना सहित बाधाओं से निजात दिलाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और बाबा की चौखट के समीप पहुंचते ही खेलने लगते हैं। लोगों का विश्वास है बाबा की रहमत से उन्हें इन बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है लगभग साढ़े चार सौ साल से लगने वाले इस उर्स में हर धर्म, जाति के लोग शिरकत करते हैं। वही जीयनपुर क्षेत्र में लद्दाहशाह बाबा को लेकर भांति-भांति की किंवदंती प्रसिद्ध है जिसमें जीयनपुर क्षेत्र में बिच्छू के प्रवेश पर बाबा ने रोक लगा दी थी जिससे आज भी जीयनपुर क्षेत्र में बिच्छू नहीं पाए जाते हैं। जीयनपुर कोतवाल यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि पीएसी व पुलिस बल के जवान शांति सुरक्षा व्यवस्था के लिए जगह-जगह तैनात हैं।