भगवान के भरोसे अनहोनी होने से बच गई 10 साल की छात्रा अंशिका

CRIME

संवाद दाता:- अजीत मोदनवाल 

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के नगर पंचायत सादात स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम में अंशिका राजभर पुत्री नीरज राजभर निवासी महमूदपुर जुनारदार वार्ड नंबर 11 उम्र लगभग 10 साल कक्षा 4 की छात्रा अध्यनरत है जिसे शुक्रवार को दोपहर में 11:00 बजे के आसपास शौच लगा वह अंशिका राजभर में अपने मैडम से कही तो मैडम ने कहा कि घर जाओ शौच करके आना अंशिका राजभर अपने प्राथमिक विद्यालय से चलकर कम से कम आधा किलोमीटर दूर अपने घर महमूदपुर जा रही थी वही अचानक एक टोटो आया इसमें दो आदमी बैठे थे वह इसको खींचकर टॉफी देने लगे तो अंशिका उन्हें नोचने बकोटने लगी तो टोटो में मुंह बाधे दोनों युवक अंशिका बच्ची को रोड पर ही छोड़कर भाग निकले अंशिका किसी तरह से रोते हुए अपने घर पहुंची घर जाते-जाते उसे कपड़े में ही शौच हो गया उसकी दादी मां और मम्मी ने साफ किया वह सारी घटना अपनी मम्मी पापा को बताई उसके बाद उसकी मम्मी स्कूल पर शिकायत करने आई उन्होंने कहा कि लेट्रिन की व्यवस्था यहाँ नहीं है जरा सोचिए जहां बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जाता है प्रधानमंत्री जी के द्वारा वहीं अगर इस बिटिया का रास्ते से अपहरण हो जाता है या कोई घटना घट जाती तो उसका जिम्मेदार कौन होता क्या सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में छोटे बच्चों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है अगर व्यवस्था है तो उसमें ताला बंद क्यों रहता है अगर शौचालय है तो वहां सफाई कर्मी की नियुक्ति होनी चाहिए पानी की व्यवस्था होनी चाहिए विद्यालय के ठीक बगल में एक तालाब है पूरब के तरफ अगर बच्चे शौच के लिए उधर जाते हैं तो कोई घटना घटती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा यह सोचने के लिए हमें मजबूर करता है कि हमारे बच्चे उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में भी सुरक्षित नहीं है अगर ऐसी घटना होती है तो पूरी जिम्मेदारी विद्यालय के पूरा स्टॉप होगा