लखनऊ: एसआई भर्ती परीक्षा 20-21 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। यह फर्जीवाड़ा गोरखपुर के न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर पर किया गया है। पुलिस इस मामले में उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एसपी की तहरीर पर 11 के खिलाफ जासलाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचने और आईटी एक्ट का केस दर्ज किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एसपी हफीजुर रहमान ने तहरीर दी। जिसमें एसआई भर्ती 2020-21 में फर्जी तरीके से युवकों को नौकरी दिलाने वाले गिरोह के बारे में जानकारी दी। तहरीर के मुताबिक इस मामले में 11 लोगों के नाम सामने आये हैं। इन सभी ने मिलकर भर्ती बोर्ड की परीक्षा में गलत तरीके से अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए मोटी रकम हासिल की और प्रमाण पत्र लगाये। एसपी हफीजुर रहमान की तहरीर पर पुलिस ने जौनपुर के कान्हापुर सोनहिता के रितेश, प्रतापगढ़ आसपुर देवसरा के अतुल यादव, किला चौराहा आशियाना का अजय चौहान, बांगरकला करौंदी सुल्तानपुर का वीके सिंह उर्फ बृजीत सिंह, बलिया बैरिया के शशि, फरीदाबाद हरियाणा के बृजपाल यादव , गोरखपुर गुलहरिया शिवपुर सहबाजगंज के अनुभव सिंह, न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर गोरखपुर के एपीओसी आनंद कुमार सिंह, न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर गोरखपुर सीपी सूरज कुमार मिश्रा, संस्था के आनंद मिश्रा व आईटी सुपरवाइजर जगदीश्वर पांडेय के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
डीसीपी मध्य के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने आरोपी जौनपुर के रितेश कुमार, मूलरूप से बलिया मनियर सूर्यपुरा का अजय चौहान ( आशियाना के किला चौराहे पर रहता है) और बृजीत सिंह उर्फ वीके सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से पुलिस टीम ने 104 अभ्यर्थियों के हाई स्कूल व इंटरमीडिया के अंक पत्र व प्रमाण पत्र, कूटरचित चरित्र प्रमाण पत्र, 104 ब्लैंक चेक, पांच मोबाइल, 7100 नकदी, कूट रचित दस्तावेज व मुहर बरामद किया है।