भाई-बहन का प्यार नहीं रोक सकी जेल की दीवारें, नहीं सूनी रही कोई कलाई

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बाराबंकी: रक्षाबंधन के पर्व पर बाराबंकी जिला कारागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां भाई-बहनों के बीच मुलाकात के खास इंतजाम कराए गए थे। बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी। इस दौरान कई बहनों की आंखें नम नजर आईं, चूंकि उनके भाई जेल के भीतर सजा काट रहे थे।

कई बहनें सालभर बाद कर सकीं भाई का दीदार, छलके आंसू

पूरे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस त्यौहार पर देशभर से अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रहीं हैं। ऐसी ही कुछ तस्वीरें यूपी के बाराबंकी जिले से सामने आईं हैं। जहां जेल की दीवारें भी भाई-बहन के प्यार को नहीं रोक सकी। रक्षाबंधन पर बाराबंकी जिला कारागार पहुंची हिंदू और मुस्लिम बहनों ने जेल में बंद अपने भाइयों के हाथों पर राखी बांधी। इस दौरान जेल में रक्षाबंधन मना रही बहनों की आंखों में आंसू दिखे। किसी बहन ने कहा हम अपने भाई को एक साल बाद देख रहे हैं, किसी बहन ने कहा कि हम अपने भाई को डेढ़ साल बाद देख रहे हैं।

भाई घर में होता तो खुशी ज्यादा होती

बहनों ने कहा यह खुशी और भी ज्यादा होती, जब हमारा भाई घर में होता। हम वहां घर के सभी सदस्यों के साथ रक्षाबंधन मनाते। बहनों ने कहा कि हम यही दुआ करते हैं कि हमारा भाई जल्द से जल्द जेल से छूट जाए। रक्षाबंधन को लेकर बाराबंकी जेल प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। हिंदू हो या मुस्लिम, जो भी बहन जिला कारागार अपने भाई को राखी बांधने के लिए पहुंच रही थी, जेल प्रशासन ने गेट पर ही पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा रखी गई थी। ताकि वहां आने वाली बहनों को कोई असुविधा न हो।

जेलकर्मियों ने कराई सभी बहनों की मुलाकात

जेल में पुलिसकर्मी वहां आने वाली बहनों को मिठाई खिलाकर उनके भाइयों से मिलवा रहे थे। जेल में बंद हिंदू और मुस्लिम भाई रक्षाबंधन के दिन वहां अपनी बहनों को देखकर भावुक हो गए। वहीं राखी बांध रही बहनों की आंखों में भी आंसू दिखे।

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