संवाददाता- नीरज शुक्ला (रामनगर बाराबंकी)
सोमवार को प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर पहुंचकर राजनीति शास्त्र विभाग में शोध एवं प्रभारी कक्ष का उद्घाटन किया।
इसके बाद वहां पर शिक्षा विभाग (बी एड) एवं राजनीति शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में शिक्षकों एवं प्रशिक्षुओं हेतु आयोजित राष्ट्र निर्माण में भावी शिक्षकों की भूमिका विषय पर बौद्धिक परिचर्चा भी की गयी।
अनुसूचित जाति छात्रावास की कायाकल्प व सौंदर्यीकरण के लिए खर्च हुए पांच लाख के भौतिक सत्यापन के दौरान भारी अनियमिताएं मिलने पर राज्यमंत्री आग बबूला हो गए और दोषी जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा व हॉस्टल अधीक्षक संतोष कनौजिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया साथ ही अयोध्या मंडल के डिप्टी डायरेक्टर व अभियंता को जांच सौंपकर विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी तथा गबन की गई धनराशि की रिकवरी भी कराई जाएगी।
बौद्धिक परिचर्चा के बाद समाज कल्याण मंत्री ने छात्रावास जाकर सभी कमरों का सघन निरीक्षण कर कराए गए कार्यों का अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान दस्तावेजों के अनुसार लगाए गए 71 विद्युत सप्लाई बोर्ड तथा 31 एलईडी लाइट व होल्डरो का मिलान किया।
बहुत ही कम मात्रा में पाए जाने पर उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा व छात्रावास अधीक्षक संतोष कनौजिया को कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया तथा घोटाले की जांच अयोध्या मंडल के डिप्टी डायरेक्टर व एक अभियंता को सौंपते हुए विभागीय कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अब घोटालेबाजों की खैर नहीं है शासन की मनसा के अनुरूप पारदर्शी व गुणवत्तापरक कार्य करने ही होंगे।
इस अवसर पर कॉलेज के सचिव उप जिलाधिकारी विवेकशील यादव, जिला सूचना अधिकारी आरती वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी गरिमा पंत, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष सिंह, थाना प्रभारी अनिल कुमार पांडेय, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ के के सिंह, डॉ सुनीत सिंह, डॉ एचके मिश्र, डॉ अखिलेश वर्मा, डॉ विश्वेष मिश्र, डॉ रामकुमार सिंह, डॉक्टर मनोज सिंह, डॉक्टर ओम कुमार वर्मा, डॉक्टर संजय तिवारी, सुरेश सिंह, गरिमा श्रीवास्तव, शैलजा दीक्षित, अमरजीत सिंह सहित अन्य प्राध्यापक गण व छात्र-छात्राएं मौजूद रही।