बस्तौरा गांव में बंदरों का आतंक, ग्रामीण बेहाल, फसल और बगीचों को भी नुकसान।

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बस्तौरा गांव में बंदरों का आतंक, ग्रामीण बेहाल, फसल और बगीचों को भी नुकसान।

अधिकारियों को कई बार दी गई शिकायत, लेकिन कार्रवाई शून्य

संवाददाता उमाकांत विश्वकर्मा

रसड़ा (बलिया)। रसड़ा विकासखंड क्षेत्र के बस्तौरा गांव के लोग इन दिनों बंदरों के आतंक से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। आए दिन बंदरों का झुंड घरों में घुसकर सामान उठा ले जाता है, जिससे ग्रामीणों की जिंदगी मुश्किल हो गई है।

घरों में घुसकर मचाते है उत्पात

ग्रामीणों का कहना है कि तीन-चार वर्षो से गांव बंदरों का आतंक से परेशान हैं बंदर अचानक घर में घुस जाते हैं और खाने-पीने का सामान लेकर भाग जाते हैं। कई बार वे छोटे बच्चों और महिलाओं पर हमला कर उन्हें घायल भी कर चुके हैं।

खेती और बगीचे को भी नुकसान

सिर्फ घर ही नहीं, बल्कि खेत और बगीचों को भी बंदरों के झुंड बर्बाद कर रहे हैं। सब्जियों, फल और अनाज की फसलें इनसे लगातार प्रभावित हो रही हैं।

शिकायतों पर ध्यान नहीं

ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर वे कई बार अधिकारियों को शिकायत पत्र सौंप चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

ग्रामीणों की गुहार

गांव के लोगों ने शासन-प्रशासन से हाथ जोड़कर अपील की है—

👉 “सरकार हमें इन बंदरों के आतंक से बचाए। अब रोजमर्रा की जिंदगी जीना भी मुश्किल हो गया है।”