बाराबंकी: बाराबंकी जनपद में सॉलिड वेस्ट से ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लिए 1000 करोड़ रुपये की लागत से वेस्ट टू ग्रीन एनर्जी प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर के लोकसभागार में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में दक्षिण कोरिया के डेलीगेशन के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
बता दें दक्षिण कोरियाई डेलीगेशन का नेतृत्व कर रहे सांगवान किम ने इकोनॉमिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन फंड (EDCF) के तहत भारत सरकार और दक्षिण कोरिया के सहयोग से इस प्लांट की स्थापना का प्रस्ताव पेश किया। जिलाधिकारी ने जनपद में कूड़ा प्रबंधन और निस्तारण पर विस्तृत जानकारी साझा करते हुए प्लांट के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। दरअसल इस प्लांट की स्थापना से न केवल वेस्ट डिस्पोजल में मदद मिलेगी बल्कि ऊर्जा उत्पादन रोजगार सृजन और राजस्व वृद्धि के नए अवसर भी पैदा होंगे। परियोजना के तहत कचरा एकत्रित कर ग्रीन एनर्जी के लिए उपयोग किया जाएगा।
बता दें डेलीगेशन ने प्लांट के लिए 10,000 वर्गमीटर भूमि की आवश्यकता जताई, जिस पर जिलाधिकारी ने हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। इसके अलावा, नगर पालिका और स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों ने जिले में कचरे की उपलब्धता पर प्रस्तुतीकरण दिया।बैठक में कण्ट्रीहेड सिद्धार्थ रविंद्रन, विजय पांडेय, उपायुक्त उद्योग आशुतोष श्रीवास्तव, यूपीनेडा के परियोजना निदेशक, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी, मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र एफ. रहमान अंसारी, आईआईए के चेयरमैन राजेश कुमार तिवारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।