मौतशाला बन गई श्यामनगर गौशाला ,भूख-प्यास से मर रहे मवेशी तो नोंच रहे -कौवे जिम्मेदार मौन

स्थानीय समाचार

अनिल कनौजिया ब्यूरो प्रमुख

बाराबंकी सिरौलीगौसपुर तहसील अंतर्गत श्यामनगर में बनी गौशाला की हालत बद से बद्तर बेसहारा मवेशियों को संरक्षित करने के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में गौशाला की स्थापना करा दी है‌।, लेकिन अनदेखी की वजह से इनमें कैद बेसहारा और बेजुबान पशुओं का हाल बेहाल है।

भूख मिटानें के लिए तारों के बीच जूझती गाय

गौशाला में बेशहारा पशु बिना पानी और चारा तथा इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। इतना ही नहीं मृत पशुओं को दफनाने की व्यवस्था ना होने की वजह से भी मृत गायों को पशु आश्रय केंद्रों पर चील-कौवे नोचते दिख रहे हैं।

पशु आश्रय केंद्र का संचालन करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा तब देखने को मिली जब गोशाला के अंदर मृत गाय को कौवा नोचते दिखे। इससे तो यही साबित होता है कि गोशाला के जिम्मेदार लोग शायद यहां आते ही नहीं हैं।

स्थानीय लोगों नें बताया कि यहां तीन चार दिनों से लगातार भूख प्यास से तड़प-तड़़प कर गायों की मौत हो रही है।

और तो और चरही में चारा देखने को नहीं मिल रहा है इससे तो यही साबित होता है कि गोशाला के जिम्मेदार लोग शायद लालच वश अपने कर्तव्यों को भूल गए हैं । अन्यथा कम से कम मृत गायों का अंतिम संस्कार कर दिया गया होता।

खाली देखने को मिला बेजुबान मवेशियों का चारागाह

गौशाला की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की होती है। इनकी निगरानी में गौशाला का संचालन होता है। लेकिन यह जिम्मेदार लोग जवाब देने को तैयार ही नहीं हैं। जिससे सरकार की गौशाला के प्रति नाकामी साफ़ साफ़ देखने को मिल रही है।