नए सड़क दुर्घटना कानून के विरोध में नए साल के पहले दिन रोडवेज की अनुबंधित और निजी वाहनों के चालको का हड़ताल

स्थानीय समाचार

बाराबंकी: नए सड़क दुर्घटना कानून के विरोध में नए साल के पहले दिन रोडवेज की अनुबंधित और निजी वाहनों के चालक हड़ताल पर चले गए हैं। इससे जिले की बसों के पहिए जाम हो गए। सुबह से ही रोडवेज परिसर में बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों की भीड़ लग गई। विभिन्न रुट पर बसों को लेकर निकलने में शाम तक बसों का संचालन नहीं हो सका। वहीं डग्गामार वाहनों की चांदी रही। मुंह मांगा किराया वसूल तक देर रात तक सवारियों को ढोते रहे।

नए कानून के विरोध में सोमवार को रोडवेज की अनुबंधित और निजी बसों के चालकों के साथ ट्रक चालकों ने भी हड़ताल की। चालकों ने विरोध प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध किया। नए कानून में सड़क हादसा होने पर आरोपी वाहन चालक को 10 साल की सजा और पांच लाख रुपये का जुर्माने का प्राविधान है। चालक नए कानून का लगातार विरोध कर रहे हैं।

हड़ताल के चलते जिले के विभिन्न रुटों पर दौड़ रही करीब 129 अनुबंधित रोडवेज बसों के पहिए पूरी तरह से ठप रहे। नए वर्ष के पहले दिन लोग धार्मिक स्थल देवा, महादेवा, कोटवाधाम, पारिजात समेत जिले से बाहर आने-जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि जिले के कई रुटों पर डग्गामार वाहनों ने अपनी जेब खूब गरम की।ई-रिक्शा, आॅटो, टेंपो जैसे वाहनों ने क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर गन्तव्य तक पहुंचाया। पुलिस कर्मियाें ने भी इन वाहनों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखी। हड़ताल को लेकर वाहन चालकों ने प्रदर्शन भी किया। सुरक्षा को लेकर शहर के अंतरजनपदीय बस अड्डे पर पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। एआरएम सुधा ने बताया कि सभी बसे हड़ताल पर रहीं। करीब दस से पंद्रह लाख रुपये राजस्व की हानि हुई है।

विभिन्न क्षेत्रों में दिखा हड़ताल का असर
रामनगर के बुढ़वल चौराहे पर वाहन चालक संघ ब्लॉक अध्यक्ष गुड्डू पांडेय की अगुवाई में टिररू सिंह, अंकित, सत्यम, रवि सहित भारी संख्या में वाहन चालकों ने बांदा-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन कर सड़क जाम किया। वाहन चालकों ने सरकार द्वारा पारित किए गए नए कानून का पुरजोर विरोध करते हुए इसे वापस लिए जाने की मांग की। सड़क जाम के चलते आने जाने वाले लोगों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

वहीं देवा प्रतिनिधि के अनुसार रोडवेज बसों का चक्का जाम होने से जहां यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ी। वहीं डग्गामार वाहनों की चांदी रही। यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे। देवा क्षेत्र में कई जगहों पर डग्गामार वाहन क्षमता से अधिक सवारियां बैठाते देखे गये। वहां न मिलने पर कड़ाके की ठण्ड में भी अपने गंतव्य को जाने के लिये यात्रियों ने भी पिकअप, डाला जैसे कमर्शियल वाहनों का सहारा लिया।

हैदरगढ़ बस अड्डे पर भी रोडवेज बस चालकों द्वारा चक्का जाम कर दिए जाने से आज यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा यही नहीं हड़ताल के चलते आज सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। वाहन चालकों ने संशोधन वापस लिए जाने की मांग की। वहीं सिरौलीगौसपुर के बदोसरांय कस्बे का मुख्य चौराहा जाम कर चालकों ने प्रदर्शन किया।जिससे करीब एक घंटे तक चौराहे पर अफरा तफरी मची रही। छोटे बड़े वाहन चारों तरफ फंस गए। कई एम्बुलेंस भी फंस गई। सूचना पाकर मौके पर नायब तहसीलदार संजय कुमार ने पहुंच कर जाम खुलवाने का प्रयास किया और मौके पर बदोसरांय पुलिस को बुलाया। पुलिस ने लाठी फटका कर किसी तरह जाम खोलवाया। प्रदर्शनकारियों ने कहा यदि संशोधन बिल वापस नहीं लिया गया तो प्रदर्शन जारी रहेगा।