तुमकुरु (कर्नाटक)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के नाम पर उनकी सरकार के खिलाफ आरोप लगाए गए और लोगों को भड़काने की साजिश रची गई। गुब्बी तालुक में एचएएल की फैक्टरी का उद्घाटन करने के बाद मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, ‘‘आज, एचएएल की हेलीकॉप्टर फैक्टरी एक गवाही के रूप में खड़ी है, जिसने एचएएल के बारे में फैलाए गए झूठ और गलत सूचना का पर्दाफाश किया है।’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के नाम पर हमारी सरकार के खिलाफ आरोप लगाए गए। लोगों को भड़काने की साजिश रची गई। आज एचएएल आत्मनिर्भर भारत के हमारे आदर्श वाक्य को आगे बढ़ा रही है।’’ कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2017-18 के दौरान कहा था कि ‘‘भारत के रक्षकों की गरिमा की रक्षा’’ करने की आवश्यकता है।
यही HAL है जिसे बहाना बनाकर हमारी सरकार पर तरह-तरह के झूठे आरोप लगाए गए।
यही HAL है जिसका नाम लेकर लोगों को भड़काने की साजिशें रची गईं, लोगों को उकसाया गया।
लेकिन झूठ कितना ही बड़ा क्यों ना हो, सच के आगे एक दिन जरूर हारता है।
उन्होंने नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर एचएएल से राफेल अनुबंध ‘‘छीनने’’ और इसे अनिल अंबानी की कंपनी को ‘‘उपहार’’ में देने का आरोप लगाया था। गांधी ने कहा था, ‘‘एचएएल भारत की रणनीतिक संपत्ति है। एचएएल से राफेल छीनकर अनिल अंबानी को उपहार में देकर भारत के एयरोस्पेस उद्योग का भविष्य नष्ट कर दिया गया है।’’
कांग्रेस और राहुल गांधी उस समय भ्रष्टाचार और पक्षपात का आरोप लगाते हुए 58,000 करोड़ रुपये के राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर मोदी नीत सरकार पर हमला कर रहे थे। मोदी ने याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने 2016 में उस फैक्टरी का शिलान्यास किया था, जिसका उद्घाटन आज किया गया, इस संकल्प के साथ कि भारत को अपने रक्षा आयात को कम करना है और आत्मनिर्भर बनना है। उन्होंने कहा, ‘‘अब, सैकड़ों रक्षा उपकरण भारत में तैयार किए जाते हैं।’’ एचएएल के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ से नौ वर्षों में एयरोस्पेस क्षेत्र में निवेश 2014 से पहले की 15 साल की अवधि में हुए निवेश के आंकड़े से पांच गुना अधिक है। अधिकारियों के अनुसार, बेंगलुरु मुख्यालय वाली एचएएल ने गुब्बी तालुक में इस फैक्टरी में 20 वर्षों की अवधि में चार लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार के साथ 3-15 टन रेंज के 1,000 से अधिक हेलीकॉप्टर का उत्पादन करने की योजना बनाई है। यह फैक्टरी 615 एकड़ में स्थित है। शुरुआत में इसमें लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) का उत्पादन होगा।