नीरज शुक्ला (रामनगर बाराबंकी संवाददाता)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में फार्मासिस्ट के द्वारा एक घायल व्यक्ति से दवाई के बदले पैसे लेने का मामला सामने आयी है।
अजय कुमार पुत्र नान्हू निवासी ग्राम रामपुर खरगी ने बीते एक मार्च को हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम को शिकायत पत्र देते हुए कहा कि एक सप्ताह पूर्व मोटरसाइकिल से एक्सीडेंट हुआ था। बीते छब्बीस फरवरी को रामनगर स्थित सीएचसी गए वहां पर मौजूद फार्मासिस्ट अवधेश गुप्ता ने दवाई के बदले एक सौ साठ रूपये लेने की बात कही। इस बात को लेकर बहस किया लेकिन नहीं माने और बोले हम सुविधा शुल्क लिए बिना कोई काम नहीं करते। हम यहां तीन साल से है, मेरा कोई कुछ नहीं कर पायेगा। मेरी पहुँच बहुत दूर तक है।
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि इसके बाद सात मार्च सुबह लगभग आठ बजे फोन के जरिये अवधेश गुप्ता ने धमकी देते हुए कहा कि हम जिलाधिकारी कार्यालय से बोल रहे हैं और तुम अपनी शिकायत वापस ले लो वरना तुमको जेल भिजवा देंगे।
पंद्रह मार्च को हुए समाधान दिवस में पुनः शिकायत पत्र दिया है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
क्या वास्तव में इस फार्मासिस्ट कि पहुंच दूर तक है, क्या इसी कारण स्वास्थ्य विभाग से लेकर तहसील प्रशासन तक न्याय दिलाने में असमर्थ है।
इस प्रकरण का संज्ञान होने के बाद क्षेत्र कि जनता में मायुशी फ़ैल गयी है और चर्चाओं का बाजार गर्म हों रहा है कि एक तरफ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ प्रजा के स्वास्थ्य को लेकर करोड़ो अरबो खर्च कर हर संभव सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहे है तो दूसरी तरफ विभाग के कुछ भ्रस्ट अधिकारी कर्मचारी सरकार कि मंशा को ठेस पंहुचाने का कार्य कर रहे है।