सवांदाता सत्यवान सिंह चौहान (एटा)
राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी सत्य के राष्ट्रीय संयोजक शेर सिंह राणा बुधवार को उत्तर प्रदेश के जनपद एटा के अंतर्गत आने वाले गाँव कठौला में एक क्षत्रिय समाज द्वारा रखे कार्यक्रम में पहुँचे जहाँ राणा जी की उपस्थित होने पर कार्यक्रम में मौजूद लोंगों ने उनका भव्य स्वागत किया.
कार्यक्रम के दौरान शेर सिंह राणा सिंह राणा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी का झंडा या पार्टी काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि अकबर और महाराणा प्रताप में जब लड़ाई हुई थी तब अकबर ने अपने सेनापति मानसिंह को लड़ाई के लिए भेजा था. उनके साथ लड़ने के लिए 50,000 राजपूत सैनिक भी गए थे. वहीं महाराणा प्रताप ने अपने सेनापति मोहम्मद हकीम को लड़ाई के मैदान में भेजा. जिसके साथ मात्र 25,000 मुस्लिम सैनिक थे. उन्होंने बताया कि मानसिंह के साथ भले ही पचास हजार राजपूत सैनिक लड़ रहे थे और अगर वह जीत भी जाते तो जीत अकबर की कहलाती न कि क्षत्रियों की. भले ही महाराणा प्रताप के तरफ से उनका सेनापति हकीम लड़ रहा था. जिसके साथ मात्र 25000 मुस्लिम सैनिक थे फिर भी जीत अगर महाराणा प्रताप की होती तो जीत क्षत्रियों की कहलाती।शेर सिंह राणा ने आगे कहा कि यह बात समझना जरूरी है कि भले ही हम लोग भाजपा सरकार या फिर मोदी सरकार को वोट दिए या देने का काम किया. लेकिन हमारी बात सुनने वाला वहां कोई नहीं. आज हमारे युवा पढ़ लिखकर बेरोजगार है. मौजूद सरकार पे हमला बोलते हुए राणा जी ने कहा कि आज एनडीए में 47 घटक दल है मोदी सरकार क्षत्रिय के लिए अगर कुछ करना भी चाहती है तो इसका विरोध होता है. इसलिए हमें भी सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी. तभी जाकर हमें हमारा सम्मान मिल पाएगा।जिसके लिए हमारे क्षत्रिय समाज के युवाओं को आगे आना होगा।
राणा जी ने आगे अपने सम्बोधन में कहा कि यह भारत के क्षत्रिय सम्राट पृथ्वी राज चौहान की अफगानिस्तान से अस्थियां लाना सिर्फ सम्राट पृथ्वीराज चौहान के लिए नहीं था बल्कि हमारे मान सम्मान स्वाभिमान के लिए था. आज हमें उसको बचाने की जरूरत है इसलिए हमे एकजुट होना है और एक विचारधारा के तहत अपने आप को खड़ा करना है, औऱ सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी है।
बता दे आपको की राणा जी अपने संघर्ष जीवन मे कई उपलब्धि हासिल की है। महाराजा पृथ्वीराज के समाधि को सम्मान दिलाने के लिए काम किया. अफगानिस्तान के गजनी में पृथ्वी राज चौहान की अस्थियां. अपमान का दंश झेल रही थी.जिनको तिहाड़ जेल से फरार होकर कई देशों के रास्ते वहां पहुँचे और उनकी समाधि को वहां से लाकर भारत में पवित्र गंगा में विसर्जित किया था।
इस दौरान कार्यक्रम में एटा जिले के राष्ट्रीय जन लोक पार्टी के जिलाध्यक्ष ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान, ठाकुर पवन सोलंकी जिलाध्यक्ष क्षत्रिय समाज एकता ट्रस्ट युवा मोर्चा (एटा) व बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोग उपस्थित रहे।