नहीं दिया जा रहा लोधेश्वर महादेवा के तीर्थ पुरोहितों का हिस्सा , छलका दर्द

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नीरज शुक्ला (संवाददाता रामनगर बाराबंकी)

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लोधेश्वर महादेवा में तीर्थ पुरोहित समाज के कई दबे कुचले दीन-हीन लोगों का दर्द आज महादेवा चौराहे पर चर्चा के दौरान अनायास ही छलक पड़ा।

उन्होंने बताया कि विगत फाल्गुन महीने में हुए मेले का हिस्सा हम सबको आज तक मंदिर के ठेकेदार राजन तिवारी द्वारा अब तक नहीं दिया गया है, चार महीने व्यतीत हो गए।

सावन मेला आयोजित हो रहा है कितने का ठेका हुआ, किसके सामने हुआ, इसका कोई लेखा-जोखा हम लोगों को नहीं दिया जा रहा है।

इतना ही नहीं दीन-हीन तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों ने बड़े कातर भाव से कहा कि हम सबको दरकिनार कर दिया जाता है। कुछ चंद लोग जो दबंग किस्म के पुरोहित समाज के सदस्य हैं उनको ठेकेदार द्वारा मैनेज कर संतुष्ट कर दिया जाता है और मंदिर पर पूर्णत्याः एकाधिकार करने की कोशिश की जा रही है।

 

हद तो तब हो गई जब पुरोहित समाज के सदस्य ने बताया की मनमानी घर जानी मंदिर की आमदनी का हो रहा है। हम लोगों का कई पीढियों से हिस्सा होता चला आया है किंतु जब से इनकी ठेकेदारी हुई है तब से आज तक कोई हिसाब किताब लेखा जोखा नहीं है ना ही हिस्सा हम सबको कुछ दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में तत्कालीन जिलाधिकारी उप जिलाधिकारी को फाल्गुनी मेले के पूर्व शिकायती प्रार्थना पत्र देकर फरियाद की गई थी लेकिन अधिकारियों से सेटिंग,ऊंची पहुंच व सफेद पोशों के संरक्षण के कारण मंदिर ठेकेदार के आगे हम सब की नहीं सुनी गई और फिर मामला वैसे के वैसे दबा दिया गया। अब सवाल यह उठता है कि जब 48 : 52 की हिस्सेदारी में तीर्थ पुरोहित समाज का एक हिस्सा है और एक हिस्सा महंत का है। ऐसे में तीर्थ पुरोहित समाज की हिस्सेदारी में सबको हिस्सेदारी क्यों नही दी जा रही है तथा इन सब के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।

 

सवाल बड़ा :- जिले के तेजतर्रार जिलाधिकारी इस मामले को संज्ञान लेकर दबे कुचले तीर्थ पुरोहित समाज की पुकार करुण व्यथा सुनकर उनके साथ न्याय करेंगे या ऐसे ही मनमानी घर जानी चलती रहेगी।