नीरज शुक्ला/रामनगर बाराबंकी: सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा में आज कजरी तीज के दिन आस्था का जन सैलाब देखने को मिला। लाखों भक्तों ने घंटो कतार में खड़े होकर विधि पूर्वक भगवान शिव व माता पार्वती को पूजन अर्चन कर जलाभिषेक किया।
कजरी एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्यौहार है। कजरी तीज का दिन माता पार्वती और भगवान शिव के मिलन उत्सव का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना करती हैं। ऐसी मान्यता है कि इस शुभ अवसर देवी पार्वती ने अपनी कठोर तपस्या से शिव जी को प्रसन्न कर अपने पति के रूप में प्राप्त किया था।
लाखों की भीड़ देख स्थानीय दुकानदारों में एक अलग सी ऊर्जा देखने को मिली। लेकिन विकासखंड सूरतगंज के सचिव में साफ-सफाई को लेकर कोई ऊर्जा नही दिखाई दी। सूरतगंज रोड पर बने रैन बसेरे में चार-चार फुट तक ऊंची जंगल झाड़ी उगी हुई है। जिसमें दूर-दरार से आये हुए शिवभक्त रहने को विवश दिखाई दिए। भारी बारिश के बीच बिषैले जीव जंतुओं का भय बना रहा। तेज़ हवा के चलते रैन बसेरे पर रखी टीन सेट छत उड़ जाने के कारण शिवभक्त बारिश में भीगते भी रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महादेवा सचिव रविन्द्र कुमार की लापरवाही चरम सीमा पर है। विकास को लेकर सूरतगंज से महादेवा जरूर आते है लेकिन यहां बने पंचायत भवन में सोते रहते है और औपचारिकता पूर्ण कर वापस चले जाते है। जनचर्चा के अनुसार जनता की समस्या का समाधान करने में पूर्ण रूप से निष्क्रिय है। इनकी कार्यशैली को देख क्षेत्र की जनता द्वारा सवालिया निशान उठाये जा रहे है।