रामनगर बाराबंकी: गणेश चतुर्थी के उत्सव में क्षेत्र के अमोली कला ग्राम में बीते बुधवार रात्रि विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ एमएलसी अंगद कुमार सिंह व भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्या ने माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया।कविसम्मेलन की शुरुआत लखनऊ से आई कवियत्री रुचि दुबे ने सरस्वती वंदना व गणेश बंदना से की।संचालन कर रहे कवि सतीश मधुप ने पढ़ा इसरो अब सालो से लड़ने वाला है, संपत्ति फिर आगे बढ़ने वाला है।कवि शिवेश राजा ने पढ़ा नौजवान पीढ़ी का जिस दिन खून ज्वार बन खौलेगा,कब्र से निकल-निकल के मुर्दा वंदे मातरम बोलेगा।बाराबंकी के कवि विनय शुक्ला ने पढ़ा कार्य वैधनिक महान लेकर आए हैं, चंद्रमा के लिए चंद्रयान लेकर आए हैं।
लखनऊ से आई कवियत्री वंदना विशेष ने गाया समर्पण हो अहिल्या सा तो प्रभु श्री राम मिलते हैं,लगन हो राधिका जैसी तो फिर घनश्याम मिलते हैं,सुनाया तो पंडाल में बैठे श्रोताओं ने खूब तालियां बटोरी,कवि आकाश उमंग ने पढ़ा खाली ममता से अम्मा नहीं है,मां के ममता की सीमा नहीं है। प्रयागराज की धरती से आए कभी बिहारी लाल अंबर ने सुनाया कुदरत ने बनाया होगा दोपहर में तुझे मेरे यार तो लोगों ने खूब ठहाके लगाए।कवि दिनेश सिंह ने पढ़ा ईमानदार है सभी जानते हैं,आप घूष को घास मानते हैं।इस मौके पर आयोजक दिव्य प्रकाश शुक्ला सीके मिश्रा एसके मिश्रा अनुराग शुक्ला संदीप दीक्षित विनय मिश्रा कमलेश शुक्ला पुष्कर मिश्रा सर्वेश तिवारी व विपिन बिहारी सहित अन्य साहित्य प्रेमी ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट सूर्य भान सिंह