रामनगर, बाराबंकी: थाना क्षेत्र में सियार के हमले से महिला समेत 2 की इलाज के दौरान मौत हो गयी। विकासखंड सूरतगंज क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन सियार एक माह के भीतर करीब आधा दर्जन लोगो पर हमला बोलकर घायल कर चुका जिनका इलाज चल रहा। सियार के हमले से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। लेकिन वन विभाग चुप्पी साधे बैठा है। ज्ञात हो कि बीते 19 नवंबर को पिपरी ग्राम निवासिनी रूपरानी पत्नी रूपचंद व इसी गाँव के रहने वाले निसार खान का 12 वर्षीय पुत्र अनस गाँव के निकट एक खेत में था। सियार ने अचानक हमला बोल कर दोनों को घायल कर दिया। शोर शराबा सुनकर घायलों को बचाने दौड़े ग्राम टिहुर्की निवासी राजाराम पुत्र सुकई को भी सियार ने हमला करके घायल कर दिया। चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी तब तक सियार वहाँ से भाग निकला। सियार के हमले से घायल महिला को सूरतगंज व अन्य दोनों घायलों को रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर भिजवाया गया था। जहां पर तीनों की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल से लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीते 9 दिसंबर को इलाज के दौरान 50 वर्षीय रूप रानी की मौत हो गई।
27 दिसंबर को 50 वर्षीय राजाराम ने भी दम तोड़ दिया। अनश की हालत में सुधार बताया जा रहा है। आतंक का पर्याय बना सियार गररी, टिहुर्की, मल्लापुर पिपरी समेत कई गाँव के लोगो पर। करीब आधा दर्जन लोगो पर हमला करके घायल कर चुका है। लगातार सियार का कहर जारी है। जिससे ग्रामीण सहमे हैं। इस संबंध में फतेहपुर वन रेंजर दरोगा मोहित श्रीवास्तव ने बताया ऐसी कोई जानकारी हमारे संज्ञान में नहीं है।