छात्रवृत्ति में घोटाले और गड़बड़ियों को लेकर तीन सौ से अधिक कॉलेजों की जांच

स्थानीय समाचार

बाराबंकी: छात्रवृत्ति में घोटाले और गड़बड़ियों को लेकर तीन सौ से अधिक कॉलेजों की जांच की जाएगी। शासन के आदेश के बाद डीएम अविनाश कुमार ने करीब 21 बिंदुओं पर जांच के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अल्पसंंख्यक कल्याण विभाग की ओर से हजारों छात्र-छात्राओं को विभिन्न योजनाओं में छात्रवृत्ति दी जाती है।

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इस वर्ष समाज कल्याण विभाग से दशमोत्तर के 30 हजार से अधिक बच्चों को कोर्स के अनुसार छात्रवृत्ति दी गई है। वहीं पूर्व दशम में हजारों बच्चों को तीन हजार रुपये छात्रवृत्ति दी गई है। इसके साथ ही अल्पसंख्यक विभाग ने पूर्व दशम में 2649 एवं दशमोत्तर में 6307 छात्र-छात्राओं का डेटा अग्रसारित किया है। इसके अलावा पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग भी छात्रवृत्ति देता है।शासन के आदेश के बाद जिले के तीन सौ से अधिक शिक्षण संस्थानों की जांच कराई जाएगी। इसमें हाईस्कूल व इंटर कॉलेज, आईटीआई, मेडिकल, इंजीनियरिंग और डिग्री कॉलेजों को शामिल किया गया है। जांच के दौरान नामित अधिकारी छात्रवृत्ति के साथ ही संस्थान की मान्यता, उनमें संचालित कोर्स, सीट, पंजीकरण व रखरखाव समेत अन्य तमाम बिंदुओं पर जांच करेंगे। जांच के लिए अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, समाज कल्याण, डायट प्राचार्य, आईटीआई प्राचार्य, बीएसए, पीओ नेडा, डीएचओ, डीएसओ, डीपीआरओ समेत अन्य तमाम विभागों के अधिकारियों को कॉलेज आवंटित किए गए हैं।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बालेेंदु भूषण ने बताया कि शासन के निर्देश के बाद छात्रवृत्ति केे लिए आए आवेदन, पात्रों का चयन समेत अन्य बिंदुओं पर जांच होगी। हाल ही में फिनो पेमेंट बैंक के एजेंट तनवीर के यहां ईडी ने छापा मारा था, जिसमें हाइजिया कॉलेज में 350 खाते खोलकर छात्रवृत्ति की रकम हड़पने का मामला सामने आया था। सूत्रों की मानें तो जिले के तमाम कॉलेज भी ईडी के रडार पर हैं।