पिछले नौ महीने में बाराबंकी जिले में पी गयी 386 करोड़ से अधिक की शराब, नए साल के जश्न पर पी गए दो करोड़ की शराब

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बाराबंकी: चालू वित्तीय वर्ष के नौ माह अप्रैल से दिसंबर के आंकड़े पर नजर डाले तो बाराबंकी वाले 386 करोड़ से अधिक की शराब गटक गए। नए साल का जश्न मनाने में 31 दिसंबर और एक जनवरी की बात करे तो इन दो दिनों में भी दो करोड़ की शराब पी गई। शराब के शौकीनों की पहली पसंद देशी तो बियर के भी जिले में कम शौकीन नहीं है। बाराबंकी जिले के रईसजादे भले ही मौज मस्ती के लिए शाम को लखनऊ कूच कर जाते है। इसके बावजूद शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में शराब के शौकीन आबकारी विभाग को मालामाल कर सरकार का राजस्व बढ़ाने में अपना पूरा योगदान दे रहे है।

कृषि प्रधान जिले में आबकारी विभाग की 421 लाइसेंसी दुकानें है। इसमें देशी शराब की 238, अंग्रेजी शराब की 97, बियर की 78 और आठ माडल शॉप है। इन दुकानों पर भोर होते ही शौकीन जुटने लगते है। शाम होते ही इन दुकानों पर शौकीनों की लंबी- लंबी लाइनें हीं नही लगती आबकारी विभाग पर लक्ष्मी बरसती है। विभागीय आंकड़ो की बात की जाये तो वित्तीय वर्ष 2023-24 के नौ माह अप्रैल से दिसंबर तक 386 करोड़ 36 हजार की शराब बिक्री की गई। इसमें 244 करोड़ की देशी शराब और 48 करोड़ की बियर की बिक्री हुई। इतना ही नहीं नए साल 2024 के जश्न को लेकर 31 दिसंबर की सुबह से लेकर एक जनवरी की शाम तक दो करोड़ की शराब बिकी। शराब की बिक्री ने यह साफ कर दिया की जिले में विदेशी की अपेक्षा देशी शराब के अधिक शौकीन है। वहीं इसके शुरूआती शौकीन की श्रेणी में गिने जाने वाले युवा बियर  पीने में पीछे नहीं है। इन शौकीनों ने आबकारी विभाग को मालामाल करने के साथ सरकार के राजस्व बढ़ाने में अहम भूमिका अदा कर रहे है।

मिलावटी शराब भी पूरे करा रही शौक
बाराबंकी के पुलिस विभाग के आंकड़ों की माने तो दूसरे प्रांत व मिलावटी शराब की भी चलन कम नहीं है। यह शराब की शौकीनों के शौक पूरा करा रही है। देवा व जहांगीराबाद में ठेकों में मिलावटी शराब सप्लाई करने वाले पकड़ गए तो दूसरे प्रांत की शराब भी हैदरगढ़ व रामसनेहीघाट समेत कई थानों की पुलिस ने पकड़कर सच्चाई सबके सामने लाकर रख दी। हालांकि पूर्व में पकडे़ गए शराब तस्करों पर गैंगस्टर की कार्रवाई प्रशासन व पुलिस की टीम ने की तो हाल में ही तस्करी में लगे वाहनों को भी कुर्क किया गया।

वित्तीय वर्ष के नौ महीने या फिर बीते वर्ष की बात करे तो शराब से आबकारी विभाग को भारी राजस्व प्राप्त हुआ है। शराब के बढ़े दामों का बिक्री पर कोई असर नहीं है। नौ माह में जहां पौने चार अरब से अधिक की शराब बिकी। वहीं नए साल के जश्न मौके पर दो दिनों में दो करोड़ की शराब बेची गई। ठंड के मौसम में शराब की बिक्री में उछाल देखने को मिलता है। 
-कुलदीप दिनकर, जिला आबकारी अधिकारी बाराबंकी