रसड़ा तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस
डीएम व एसपी ने सुनी जनसमस्याएं, लापरवाह अफसरों पर गिरी गाज
संवाददाता उमाकांत विश्वकर्मा
रसड़ा (बलिया)। तहसील रसड़ा में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने आम नागरिकों की समस्याएं सुनीं। समाधान दिवस में कुल 160 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 13 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की।
बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर तहसीलदार निखिल शुक्ला का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया।
वरासत के मामलों में घोर लापरवाही बरतने पर लेखपाल अंजनी वर्मा को निलंबित करने का आदेश दिया गया।
कार्यों के प्रति लापरवाही पाए जाने पर कानूनगो गौरीशंकर यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश हुए।
जमीन विवाद, राशन, पेंशन, बिजली और राजस्व विभाग से जुड़ी समस्याओं की शिकायतें प्रमुखता से सामने आईं।
फरियादी अश्वनी कुमार तिवारी ने बताया कि उनकी वसीयतनामा की पत्रावली तहसील से गायब है। इस पर डीएम ने एसडीएम को तीन दिन में पत्रावली उपलब्ध कराने का आदेश देते हुए कहा कि यदि ऐसा न हुआ तो जिम्मेदार पर एफआईआर दर्ज होगी।
आलोक कुमार ने आबादी की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत की। डीएम ने तत्काल टीम बनाकर मौके पर जाकर अवैध कब्जा हटाने के निर्देश दिए।
कैलाश निवासी कल्याणीपुर ने बताया कि पिता के स्वर्गवास के बाद नाम में त्रुटि होने से वरासत का मामला अटका है। इस पर डीएम ने सख्ती दिखाते हुए लेखपाल अंजनी वर्मा को निलंबित करने के आदेश दिए।
रसूलपुर के तालाब पर कब्जे की शिकायत पर कानूनगो गौरीशंकर यादव से जवाब मांगा गया, जो संतोषजनक न होने पर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि समाधान दिवस पर प्राप्त शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण हो और किसी भी स्थिति में जनता को परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी विवादों का निस्तारण राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर करे, ताकि पारदर्शी व समयबद्ध समाधान सुनिश्चित हो।
संपूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम रसड़ा, सीओ रसड़ा, नायब तहसीलदार, डीडीओ आनंद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।