दिल्ली: भारत के लिए साल 2023 कई मायनों में बेहद विशेष रहा. रक्षा क्षेत्र की बात करें तो भारत की ताकत पूरी दुनिया ने देखी. वहीं, भारत ने चीन और पाकिस्तान की हर चाल को मजबूती से फेल भी किया. भारत ने 2023 में पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के साथ-साथ दुनिया भर में संकट और संघर्ष के बीच सैन्य ताकत बढ़ाई. पाकिस्तान की आतंकी साजिशों को नाकाम किया. किसी भी सुरक्षा चुनौती का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए भारत ने करीब 3.50 लाख करोड़ रुपये की रक्षा खरीद भी की.
LAC पर भारत ने आक्रामक रुख बनाए रखा
भारत ने क्षेत्रीय प्रभुत्व बनने और दक्षिण एशिया में अपनी प्रधानता स्थापित करने की चीन की लगातार कोशिशों के मद्देनजर अपने पड़ोस और उससे आगे समान विचारधारा वाले देशों के साथ अपनी सैन्य भागीदारी का भी तेजी से विस्तार करने की कोशिश की. चीन से लगती लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा करने वाली भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख की सीमा पर जारी तनाव चौथे साल में प्रवेश करने के बावजूद अपना आक्रामक रुख बनाए हुए है जबकि दोनों पक्षों ने इस गतिरोध को हल करने के लिए कई दौर की उच्च स्तरीय सैन्य और राजनयिक वार्ता की है.
(एचएएल) के साथ मिलकर करने का एक समझौता किया. करार के प्रावधानों के अनुसार, तेजस हल्के लड़ाकू विमान एमके2 में इस्तेमाल के लिए जीई एयरोस्पेस एफ414 इंजन का भारत में सह-उत्पादन करेगा.
बी-1बी लांसर सुपरसोनिक हेवी बमवर्षक जेट
इस समझौते को भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और विस्तारित करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम के रूप में देखा गया. दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य संबंधों को प्रतिबिंबित करते हुए अमेरिकी वायु सेना के दो बी-1बी लांसर सुपरसोनिक हेवी बमवर्षक जेट फरवरी में येलहंका हवाई अड्डे पर एयरो इंडिया में शामिल हुए. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बमवर्षक अमेरिकी वायु सेना में निर्देशित और अनिर्देशित दोनों हथियारों का सबसे बड़ा पारंपरिक पेलोड रखता है और इसे अमेरिका की लंबी दूरी पर जाकर बम बरसाने की क्षमता का रीढ़ माना जाता है.
फ्रांस से मजबूत हुए रिश्ते
अधिकारियों को शामिल करने का कार्य प्रगति पर है. 2023 के दौरान 10 महिला अधिकारियों को तोपखाना रेजिमेंट में नियुक्त किया गया था. भारतीय वायु सेना ने पश्चिमी क्षेत्र में अग्रिम लड़ाकू इकाई की कमान संभालने के लिए ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी को तैनात किया. वह वायुसेना की किसी भी लड़ाकू इकाई की कमान संभालने वाली पहली महिला हैं.
पीएम मोदी ने की ‘तेजस’ की सवारी
नवंबर में, प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डिजाइन, विकसित और निर्मित ‘तेजस’ दो सीट वाले हल्के लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. मोदी के समक्ष 30 मिनट की उड़ान के दौरान तेजस की क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया. यह पहली बार था जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने इस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. सरकार की नीतिगत प्राथमिकताओं के अनुरूप, सेना के तीनों अंगों ने आम चुनौतियों का सामना करने में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पिछले एक साल में कई मित्र देशों के साथ कई सैन्य अभ्यास किए.
अरब सागर में समुद्री सुरक्षा अभियान
वर्ष के अंत में, भारतीय नौसेना ने वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों की घटनाओं के मद्देनजर अरब सागर में समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया. भारत ने 2023 में सीमा पर बुनियादी ढांचे के विकास को भी प्राथमिकता दी और इस वर्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की 118 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की. सितंबर में, उन्होंने 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैली 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की 90 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू कीं.
सियाचीन में कैप्टन शिवा चौहान
फरवरी में, रक्षा बजट को पिछले साल के 5.25 लाख करोड़ रुपये के आवंटन से 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2023-24 के लिए 5.94 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था. इस वर्ष महिला सशस्त्र बल कर्मियों ने कई मोर्चों पर पुरानी रीत तोड़ती नजर आईं. कैप्टन शिवा चौहान जनवरी में सियाचिन ग्लेशियर स्थित कुमार पोस्ट पर ड्यूटी के लिए तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं. सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है.
10 महिला अधिकारियों की तोपखाना रेजिमेंट में तैनाती
एक अन्य उपलब्धि में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रेरणा देओस्थली को भारतीय नौसेना युद्धपोत की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी के रूप में नामित किया गया. तोपखाना रेजिमेंट में महिला अधिकारियों को शामिल करने का कार्य प्रगति पर है. 2023 के दौरान 10 महिला अधिकारियों को तोपखाना रेजिमेंट में नियुक्त किया गया था. भारतीय वायु सेना ने पश्चिमी क्षेत्र में अग्रिम लड़ाकू इकाई की कमान संभालने के लिए ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी को तैनात किया. वह वायुसेना की किसी भी लड़ाकू इकाई की कमान संभालने वाली पहली महिला हैं.