भीषण गर्मी में हीटस्ट्रोक से कैसे बचें-? डॉ. संतोष यादव

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संवाददाता मोनू भारती

मोहम्मदाबाद गोहाना मऊ

मुहम्मदाबाद गोहना मऊ : उत्तर प्रदेश सहित देशभर में इन दिनों भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है। मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर संतोष कुमार यादव ने बताया कि तापमान बढ़ने के कई अल्पकालिक और दीर्घकालिक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। हीटस्ट्रोक के जोखिमों के साथ यह हृदय, मस्तिष्क, किडनी और मांसपेशियों के लिए भी समस्याकारक है। दिन प्रतिदिन बढ़ते पारा के साथ शरीर के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है। सभी लोगों को इस समय विशेष सावधानी और सर्तकता बरतते रहने की आवश्यकता है।

डॉ. संतोष यादव ने बातचीत के क्रम में बताया कि जिस प्रकार से इन दिनों गर्मी का दौर जारी है, इसे जानलेवा दुष्प्रभावों वाला माना जा सकता है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण समय है। थोड़ी सी भी लापरवाही गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।

हमारा शरीर 45 डिग्री तक तापमान सहन करने के योग्य नहीं है, इसलिए अगर बचाव न किया जाए तो हीटस्ट्रोक सहित कई अंगों पर इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

उन्होंने बताया कि इन दिनों अस्पताल में अधिकतर लोग जो गर्मी के दुष्प्रभावों के कारण भर्ती हो रहे हैं उनमें ओलिगुरिया की समस्या देखी जा रही है। यह ऐसी स्थिति है जिसमें डिहाइड्रेशन के कारण किडनी पर्याप्त मात्रा में मूत्र का उत्पादन नहीं कर पाती है। चूंकि हम जितना पानी पीते हैं उसकी ज्यादातर मात्रा पसीने के रूप में शरीर से बाहर निकल जाती है, जिससे किडनी में पानी कम मिल पाता है।

यही कारण है कि गर्मी के दिनों में हमें कम बार पेशाब जाने की अनुभूति होती है। यह किडनी की सेहत के लिए हानिकारक स्थिति है।

डॉ संतोष कुमार यादव कहते हैं कि जिस तरह से अभी दिन के समय का तापमान बढ़ा हुआ रह रहा है, इसमें जरा सी भी लापरवाही हीटस्ट्रोक का कारण बन सकती है। हीटस्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपका शरीर बहुत अधिक गर्म हो जाता है और शरीर सामान्य रूप से तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता है।

आमतौर पर लंबे समय तक धूप के संपर्क में रहने या उच्च तापमान के कारण यह दिक्कत होती है। हीटस्ट्रोक में शरीर का तापमान 104 F या इससे अधिक हो सकता है। गर्मी के कारण होने वाली मौतों की एक प्रमुख वजह हीट स्ट्रोक होना और समय पर इसका इलाज न हो पाना है।

*हीट स्ट्रोक और गर्मी की अन्य समस्याओं से कैसे बचें-?*

डॉ संतोष कुमार यादव बताते हैं कि हम सभी के लिए जरूरी है कि इन दिनों जितना हो सके गर्मी और धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें। इसके लिए दो बातों का सबसे अधिक ध्यान दिया जाना आवश्यक है।

पहला- अधिक से अधिक पानी पीते रहें। शरीर को ठंडा रखने के लिए यह बहुत आवश्यक है।

दूसरा- धूप में बिल्कुल न जाएं। विशेषतौर पर दोपहर 10 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें।

इसके अलावा शरीर को गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें। ध्यान रहे गर्मी का दुष्प्रभाव तब और ज्यादा हो जाता है जब हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पेट को पानी से भरे रहें। यह गर्मी के दुष्प्रभावों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है।