कानपुर: जिला जज संदीप जैन का लखनऊ ट्रांसफर होने के बाद अधिवक्ताओं ने हड़ताल खत्म कर दी है। 27 दिन से इस मांग को लेकर अधिवक्ता आंदोलनरत थे। जिला जज का तबादला लखनऊ के ज्वाइंट ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट किया गया है। सूचना मिलते ही आंदोलन खत्म करते हुए आतिशबाजी के साथ अधिवक्ताओं ने जश्न मनाया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि लायर्स एसोसिएशन के साथ बार एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आंदोलन चल रहा था। अधिवक्ताओं के सम्मान के लिए यह लड़ाई थी। उनका जो अपमान किया जा रहा था, उसके हम खिलाफ थे। इसीलिए जिला जज का तबादले के लिए पूर जोर मांग को उठा रहे थे। लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने बताया कि 20 फरवरी से आंदोलन शुरू किया था। शुरू में टोकन स्ट्राइक हुई थी। इसमें एक दिन का कार्य बहिष्कार किया गया था, उसके बाद बीच-बीच में हड़ताल की गई।उसके बाद 15 मार्च से लगातार अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान केवल जिला जज के न्यायिक कार्यों का ही बहिष्कार किया जा रहा था। लेकिन, जब आंदोलन को लेकर कोई कार्रवाई होती नहीं दिखी और न्याय नहीं मिला तो फिर पूरे न्यायिक कार्य का बहिष्कार करते हुए 24 मार्च से हड़ताल शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्चन न्यायालय ने दोनों ही संगठनों के पदाधिकारियों को प्रयागराज हाईकोर्ट भी बुलाया था। इस मामले में सुनवाई भी हुई थी। उसके बाद 12 व 13 अप्रैल को प्रांतीय अधिवेशन 64 जिलों के अधिवक्ताओं ने हड़ताल का समर्थन करते हुए एकजुटता दिखाई थी। उसके बाद भी आंदोलन जारी था।
आंदोलन के चलते ही उन्हें न्याय मिला है। शनिवार को सुंदरकांड के दौरान यह सूचना मिली उसके बाद आम सभा करते हुए हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया गया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने इस जीत पर एक दूसरे को मिठाई खिलाई और पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान पटाखे भी जलाए गए। सभा में बार एसोसिएशन से महामंत्री अनुराग श्रीवास्तव, अनूप शुक्ला, हेमंत तिवारी, अजय प्रताप सिंह चौहान, एसएस चौहान, हरी कृष्ण शुक्ला, मंत्री विप्लव त्रिपाठी, प्रकाशन जागेंद्र, स्वरूप अवस्थी लायर्स एसोसिएशन से उपाध्यक्ष सर्वेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।