नीरज शुक्ला/रामनगर बाराबंकी: नगर पंचायत रामनगर के बुढ़वल चौराहे पर ऑटो रिक्शा की वजह से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। रामनगर से बदोसराय व टिकैतनगर तक आने-जाने वाले ई-रिक्शा चालक रामनगर स्थित बदोसराय मोड़ को रिक्शा स्टैंड बना लिया है। सुबह होते ही हाइवे व बदोसराय मोड़ पर मार्केट में बनी दुकानों के सामने रिक्शा खड़ा कर कब्जा जमा लेते है। जिसके कारण दुकानदार व आने-जाने वाले स्कूली बच्चे और पैदल राहगीरों को भी बड़ी असुविधा होती है। और तो और कुछ रिक्शा चालक आये दिन गांजा व शराब का नशा कर यात्रियों को बैठाने के लिए आपस में मारपीट भी करते रहते है। रामनगर में नाबालिग रिक्शा चालकों की तादात कुछ ज्यादा दिखाई पड़ रही है। हाइवे पर नाबालिग चालक बेखौफ फर्राटा भरते नजर आ रहे है। बीच सड़क पर रिक्शा रोककर यात्रियों को बिठाते है। एक तरह से देखा जाय तो रामनगर का बुढ़वल चौराहा खुद जाम में फसा हुआ दिखाई दे रहा है। हा लेकिन ये बात और है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी इन सब बातों को अनदेखा कर चुपचाप दुकानों में छिपे बैठे चाय-नाश्ता करते रहते है। आखिर कौन है जिम्मेदार?
अभी हाल ही में जरवल से बकरियां लेकर कोलकाता जा रहा ट्रक चालक भी इस स्थिति का शिकार हो गया। इसी बदोसराय मोड़ पर पहले से खड़े दो रिक्शा चालक अपना रिक्शा खड़ा कर गायब हो गए। ट्रक चालक हॉर्न बजाता रहा लेकिन कोई चालक रिक्शा हटाने नही आया। थोड़ी देर बाद जाम लगना शुरू हो जाता है। मजबूरन उस ट्रक चालक को ट्रक आगे निकालना पड़ता है और ट्रक रोड किनारे बने नाले में धस जाती है। सूचना पर रामनगर पुलिस पहुंचती है और ट्रक को निकलवाकर राहगीरों को जाम से छुटकारा दिलाती है।
नाम न छापने की शर्त पर वहां मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि ट्रक चालक की कोई गलती नही थी। ट्रक का पहिया नाले में धस जाने के बाद ट्रक चालक का शोषण भी किया गया। नाले की जगह को अपना नुकसान बताकर उससे धन उगाही भी की गई है।