संवाददाता आशीष सिंह राठौड़ आजमगढ़
नकल पर ढीली हो गई प्रशासनिक नकेल,शुरू हो गया व्यवस्था का खेल।
आजमगढ़।
सगड़ी यूपी बोर्ड की चल रही परीक्षा के शुरुआती दौर में भले ही प्रशासनिक सख्ती नजर आई हो लेकिन नकल पर ढीली पड़ती नकेल के चलते परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था का खेल शुरू हो गया है।परीक्षा पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए केंद्र व्यवस्थापक,सहायक केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। बावजूद इसके सगड़ी के कुछ परीक्षा केंद्रों पर वसूली शुरू हो गई है। 24 फरवरी को यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुई। दो-तीन दिनों तक परीक्षा को लेकर प्रशासनिक अमला काफी सक्रिय रहा। परीक्षा केंद्रों पर निगरानी भी तत्परता के साथ की गई। लेकिन जैसे-जैसे परीक्षा संपन्न हो रही है प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी भी कम होने लगी। परीक्षा व्यवस्था में प्रश्न पत्र के रखरखाव के लिए नियुक्त मजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मियों को दायित्व सौंपा गया। नकल विहीन परीक्षा के लिए प्रत्येक कक्ष में दोनों तरफ सीसी कैमरा और वॉइस रिकॉर्डर भी लगाए गए। वाईफाई के द्वारा इन्हें जिला मुख्यालय और बोर्ड कार्यालय से भी जोड़ा गया है। जनपद मुख्यालय और बोर्ड से परीक्षा कक्षों की निगरानी भी लगातार की जा रही है। लेकिन निरीक्षण के लिए लगाए गए अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्षेत्र के कई स्कूलों पर परीक्षार्थियों से सुविधा वसूलने का काम किया जा रहा है। कहीं-कहीं तो छात्रों के साथ सुविधा शुल्क के लिए परेशान भी किया जा रहा है। प्रखर सेवा समिति के अध्यक्ष राजवंत सिंह ने अधिकारियों से सुचिता पूर्ण परीक्षा संपन्न कराने में सक्रियता बरतने का अनुरोध किया है।