धरना के विरोध में ब्लॉक अध्यक्ष ने की बैठक

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नीरज शुक्ला/रामनगर बाराबंकी: खण्ड विकास अधिकारी मोनिका पाठक की कार्यशैली को लेकर प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष राम कुमार मिश्र की ओर से हुये धरना प्रदर्शन के विरोध में उनके ही ब्लाक अध्यक्ष राहुल कुमार वर्मा ने हुंकार भर दी है। उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुये कहा कि धरना मेरे संघ का था और मैं ब्लाक अध्यक्ष हूं। मुझे ही नहीं अधिकतर ग्राम प्रधानो को लिखित अथवा मौखिक रुप में पूछा भी नहीं गया। अब खंड विकास अधिकारी जल्द ही पोस्ट हुई है। गौशालाओं और मनरेगा कार्यों में सुधार की कवायद ने राजनीतिक रुप ले उन्हें अपने आगोश में ले लिया। मनरेगा के कार्य की हुई शिकायत और टीम के द्वारा जांच करवायें जाने पर ग्राम प्रधान बरियारपुर गरिमा यादव पूरी तरह से दोषी पाई गयी। अब दोषी प्रधान को बचाये जाने के लिये धरना प्रदर्शन कर हाल में तैनात हुई बी डी ओ के खिलाफ झूठा आरोप लगाया जाना उचित नहीं है। जिनका काम धरातल पर नहीं है ऐसे लोगों ने सोची समझी रणनीति के तहत विरोध प्रदर्शन किया। जिनकी मंशा ब्लाक और ब्लाक प्रमुख की छवि को धूमिल करने का प्रयास भर है। धरना प्रदर्शन से पहले प्रधान पति अंकज यादव ने आत्मदाह की धमकी बी डी ओ और ब्लाक प्रमुख संजय तिवारी को पत्र देकर दी थी। जिसमें वह कार्यवाही से तो बच गये। जिस पर क्षेत्र के अधिकतर ग्राम प्रधानो ने पत्र लिखकर धरने को ग़लत करार दिया है। इस मामले में गौरतलब बात तो यह है कि प्रधानो के धरना प्रदर्शन के बाद हुई जांच की आंच धीरे धीरे ही सही बाहर आने लगी है। जानकारों के मुताबिक दस ग्राम पंचायतें ऐसी है जहां धरातल से पंचायतों के अभिलेखों का कोई मेल नहीं है। अब देखनी वाली है बात तो यह है कि धरना प्रदर्शन और दबाव की रणनीति उनके लिये कितना कारगर साबित होगी यह तो आने वाला समय तय करेगा।आगे जो होगा वह देखा जायेगा