बाराबंकी: बाराबंकी के रहने वाले रऊफ (75) ने गुरूवार दोपहर विधानभवन के पास खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल आत्मदाह का प्रयास किया। मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बुजुर्ग को फौरन पकड़ लिया। इसके बाद उसे हजरतगंज के सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। यहां बुजुर्ग का मेडिकल भी कराया गया। जांच में पता चला कि बुजुर्ग ने जमीनी विवाद से परेशान होकर आत्मघाती कदम उठाया है। इसके बाद पुलिस ने सम्बन्धित अधिकारियों को जानकारी देते हुए बाराबंकी पुलिस को सूचना दी है।
हजरतगंज प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह के मुताबिक, मूलरूप से बाराबंकी जनपद के घुघटेर बंदेला निवासी रऊफ ने विधानभवन के पास आत्मदाह का प्रयास किया। दोपहर करीब 12 बजे वह जीपीओ के पास पहुंचा, इसके बाद उसने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल लिया। फिर कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर बुजुर्ग ने जेब से माचिस निकाल ली। समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने बुजुर्ग को पकड़ लिया। उसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने फौरन सम्बन्धित कोतवाली में सूचना दी। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
जिसके बुजुर्ग को हिरासत में लेकर कोतवाली लाया गया। आलाधिकारियों की मौजूदगी में बुजुर्ग का सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया।पूछताछ में बुजुर्ग ने बताया कि वह जमीनी विवाद से परेशान है। निचली अदालत (Civil Court) में उसका मुकदमा विचाराधीन है। बुजुर्ग का आरोप है कि विपक्षी मुकदमा वापस लेने के लिए उस पर दबाव बना रहे हैं। इंकार करने पर वह उससे मारपीट और गाली-गलौज भी करते हैं। कई बार बुजुर्ग ने सम्बन्धित थाने में लिखित शिकायत की। बावजूद इसके पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि बाराबंकी पुलिस को भी मामले से अवगत कराया गया है।
वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि विवादित भूमि आबादी श्रेणी के अंतर्गत आती है और दीवानी का मामला है, जो न्यायालय में विचाराधीन है। राजस्व टीम द्वारा पहले ही विवादित स्थल का निरीक्षण किया जा चुका है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की है और फिलहाल किसी भी पक्ष द्वारा कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। रऊफ के अपने पक्ष में दबाब बनाने के लिए आज लखनऊ में इस घटना को अंजाम दिया है।
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