बाराबंकी: लखनऊ की कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या के बाद जारी अलर्ट के बीच बाराबंकी कचहरी में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बीच एक सरदार बाराबंकी कचहरी परिसर में कृपाण लेकर जाने लगा। उसे पुलिसकर्मियों ने रोक दिया। जिसके बाद हंगामा हो गया। दरअसल, जिस समय जिला जज रवींद्रनाथ दुबे न्यायालय परिसर के तीनों निकास द्वारों के अलावा अदालत के बरामदों से लेकर अंदर तक की सुरक्षा का प्लान डीएम अविनाश कुमार, एसपी दिनेश कुमार सिंह, बार पदाधिकारियों और न्यायालय सुरक्षा की कमान संभालने वाले सुरक्षाकर्मियों के साथ तैयार कर रहे थे। उसी समय पेशी के लिये कचहरी आये देवेन्द्र सिंह नाम के एक सिख शख्स ने गेट पर पुलिसकर्मियों द्वारा रोके जाने का आरोप लगाया।
देवेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि कचहरी गेट पर तैनात पुलिसकर्मी उसे कृपाण निकालकर अंदर जाने के लिये कह रहे हैं। जबकि सिखों के पवित्र पांच ककारों में से एक कृपाण है। ऐसे में मैं इसे अपने पास से अलग नहीं कर सकता।
बोला- सीएम के यहां भी नहीं रोका गया तो यहां क्यों
सरदार ने कहा कि मैं गर्दन कटवा सकता हूं, लेकिन पवित्र पांच ककारों को अपने पास से अलग नहीं करूंगा। सरदार ने कहा कि हम लोगों को इसके लिये हवाई जहाज पर नहीं रोका जाता। मैं मुख्यमंत्री के यहां जनता दरबार में कृपाण के साथ हो आया। वहां नहीं निकलवाया गया तो फिर आज यहां कचहरी में मुझसे कृपाण कैसे अलग करवाया जा सकता है। हालांकि बाद में देवेंद्र को गेट से बैरंग लौटना पड़ा।
एसपी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाते हुए पुलिस लाइन से तीन और मेटल डिटेक्टर मंगवाकर तीनों गेटों पर लगाये जा रहे हैं। न्यायालय में अतिरिक्त पीएसी बल तैनात किया जा रहा है, जो भ्रमणशील रहेगा। इसके अलावा सभी गेटों पर सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। वरिष्ठ वकीलों की टीम बनाई गई है जो उड़नदस्ता के रूप में काम करेगी और फर्जी वकीलों पर नजर रखेगी। संदिग्धों के बारे में तत्काल सूचना दी जाएगी।