संवाददाता आशीष सिंह राठौड़आजमगढ़ । सगड़ी तहसील परिसर में कार्यरत दो प्राइवेट कर्मचारियों को तहसीलदार सगड़ी ने गिरफ्तार कराकर पुलिस के हवाले कर दिया, बता दें कि सगड़ी तहसील में पहले से कर्मचारी प्राइवेट तौर पर कार्य करते थे, लेकिन इधर कुछ दिनों से प्राइवेट कर्मचारियों पर एसडीएम द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद प्राइवेट कर्मचारी तहसील परिसर में आकर कार्य कर रहे थे, जिससे नाराज होकर तहसीलदार ने इन दोनों कर्मचारियों को पकड़वाकर पुलिस के हवाले कर दिया
दूसरी खबर जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अशरफपुर गांव की है । जहां एक शख्स प्रतिबंधित मांस को बेच रहा था । जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।
अब पहली खबर विस्तार से जाने, जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिन में 11:00 बजे सगड़ी तहसीलदार विवेकानंद दुबे ने सगड़ी तहसील के आर के दफ्तर से प्राइवेट कर्मचारी गुड्डू व रामबाज को देखकर फटकार लगाई, बता दें कि सगड़ी तहसील में प्राइवेट कर्मचारियों के कार्य करने व कार्यालय में आने दूसरी खबर मंगलवार की है,
थाना जीयनपुर के उपनिरीक्षक रविंद्र प्रताप यादव ने अपने हमराहीयों के साथ क्षेत्र में गस्त लगा रहे थे । उसी दौरान मुखबिर की सूचना मिली कि एक व्यक्ति अशरफपुर जाने वाले रास्ते पर स्थित अंडा फैक्ट्री के पीछे केशवपुर जंगल में प्रतिबंधित मांस बेच रहा है। जैसे ही उपनिरीक्षक रविंद्र प्रताप यादव को यह सूचना मिली तो वह तत्काल अपने हमराहियों के साथ उक्त स्थान पर पहुंचे, और मौके से अजीम पुत्र नूरुल हसन निवासी अशरफपुर थाना जीयनपुर को गिरफ्तार कर लिया। वही उसके कब्जे से 15 किलो प्रतिबंधित मांस, एक तराजू, दो बाट, एक चापड़, एक चाकू बरामद किया गया । वही अभियुक्त को मौके से हिरासत में लेकर जीयनपुर कोतवाली पुलिस लाया गया। जहा जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने गौवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायालय के लिए चालान कर दिया। वही गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक रविन्द्र प्रताप यादव, हेड कांस्टेबल सुरेश यादव, कांस्टेबल राहुल सिंह , अक्षय प्रसाद, श्रेष्ठ यादव, मुशरफ अली, बिंद्रेश कुमार, राजकुमार शामिल रहे।पर मना करने के बाद भी तहसील के कार्यालय में आने पर और तहसीलदार से बहस करने पर सगड़ी तहसीलदार विवेकानंद दुबे ने जीयनपुर पुलिस को बुला कर पुलिस के हवाले कर दिया, वहीं शाम को जीयनपुर पुलिस ने दोनों प्राइवेट कर्मचारियों का शांति भंग में चालान कर दिया, जिससे सगड़ी तहसील में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारियों में हड़कंप मच गया । वहीं प्राइवेट कर्मचारी आपस में तरह-तरह की चर्चा करते रहे।