प्रयागराज कुंभ में लगभग 66.30 करोड़ सनातनियों ने आकर बनाए कई रिकॉर्ड, समापन पर सुखोई विमान ने करतब दिखाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर सनातनियों को सलामी भी दी

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प्रयागराज। प्रदेश का अस्थाई 76 वा जिला बना प्रयागराज का महाकुंभनगर 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गंगा की बालू पर 7 हजार 500 करोड़ रुपए डबल इंजन सरकार ने खर्च कर बसाया गया था। इस कुंभनगर में 45 दिन में आए सनातनियों की आस्था ने दुनिया को दिखा दिया कि इस भव्य आयोजन के समक्ष अब तक के दुनिया के सारे आयोजन बौने ही रहे। अमरीका जैसे कई देशों की आबादी से अधिक लोगो ने महाकुंभ में डुबकी लगाकर उत्तर प्रदेश ही नहीं देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। वहीं 3 लाख करोड़ रुपए के अनुमानित वित्तीय लेनदेन के रिकॉर्ड भी बना डाले।
6 प्रमुख स्नान दिवस पर हेलीकॉप्टर से 120 कुंतल गुलाब की पुष्पवर्षा की गई। यही नहीं वायु सेना ने 27 फरवरी को सुखोई विमान से कुंभनगर में अपने करतब दिखाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर सनातनियों को सलामी भी दी। प्रयाग राज में 144 साल बाद आए नक्षत्र के संयोग के कारण 13 जनवरी 2025 पौष पूर्णिमा से प्रारंभ इस महाकुंभ के 45 दिवसीय भव्य दिव्य डिजिटल महाकुंभ में 26 फरवरी 2025 शिवरात्रि के दिन भी लगभग डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों के पवित्र संगम घाट पर स्नान किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 फरवरी 2025 को अरेल घाट पर गंगा पूजन, साफ सफाई,अपने मंत्री मंडल सहयोगियों के साथ डुबकी लगाकर व्यवस्था में लगे अधिकारियों के साथ के साथ विधिवत समापन करा दिया। व्यवस्था में लगे प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बड़ा खाना में भी भाग लेकर सभी की पीठ थपथपाई । नाविकों स्वच्छता कर्मियों को बोनस राशि देने का भी आश्वासन दिया।प्रयागराज के कुंभ मेला अधिकारी के अनुसार अस्थाई निर्माण तो अब हट जायेगे पर सुरक्षा, पार्किंग, लाइट सफाई आदि की व्यवस्था अभी कुछ दिन जारी रहेगी ।
संगम घाट पर यहां आ रही भीड़ यही दर्शा रही है कि अभी होली तक प्रयागराज आने वाले सनातनियों भी भीड़ शायद ही कम हो। इसलिए प्रदेश की योगी सरकार आगे भी भीड़ को नियंत्रित करने में कोई कोताही नहीं बरतेगी। महा कुंभ मे इन 45 दिनों में देश के 13 अखाड़ों के साधु संतों, महा मंडेश्वलर, उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल ने तो पवित्र संगम में सामूहिक स्नान किया ही। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, 74 देशों के राजनयिक, के अलावा 100 देशों के 50 लाख विदेशियों, प्रमुख उद्योगपति अंबानी, अडानी सहित दिग्गज उद्योगपति, फिल्मी, क्रिकेट की हस्तियां सहित लगभग 66.30 करोड़ से अधिक लोगों ने 144 वर्ष बाद आए इस पूर्ण महाकुंभ के संगम नोज एरिया में डुबकी लगाई। कुंभनगर में 4 हजार हेक्टेयर में बसाया गया था। जिसमें 25 सेक्टर में 13 किलोमीटर दायरे में संगम के 44 कच्चे पक्के घाटों पर पवित्र गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। 4 हजार हेक्टेयर एरिया में 25 सेक्टर में बसे इस कुंभ नगर में व्यस्था को भी 30 पैंटून पुल, 56 थाने,144 पुलिस चौकियां, 50 हजार पुलिस कर्मी/ अधिकारियों , प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा इंट्रीग्रेटेड कमांड एवं डिजिटल कंट्रोल रूम से भीड़ मैनेजमेंट पर पैनी नजर रखी जा रही थी ताकि कोई अव्यवस्था नहीं फैला सके।
प्रयागराज में भी 14 फ्लाइओवर, 9 अंडरपास, 12 कॉरिडोर पूर्व में ही बनाए गए थे ताकि भक्त आसानी से आ जा सके। डिजिटल खोया पाया केंद्र से बिछड़े लोग अपने परिजनों से मिल सके। टेंटसिटी के अलावा पार्किंग, शौचालय की भी बेहतर व्यवस्था थी। विशेष अवसरों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी भी डिजिटल कंट्रोल रूम में बैठकर स्वयं भीड़ मैनेजमेंट आदि का जायजा लेते रहे यही नहीं मुख्यमंत्री योगी जी का महाकुंभ में 19 से अधिक बार आगमन भी हुआ जो उनकी सनातन प्रतिबद्धता का द्योतक है। 45 दिवसीय महाकुंभ में एक ही स्थान पर एक दिन में करोड़ों सनातनियों के डुबकी लगाने के आंकड़े ने कई रिकॉर्ड कायम किए। जो दुनिया के किसी भी धार्मिक स्थल पर जाने वाली संख्या से अधिक ही होना बताया गया। यही नहीं यहां फरवरी को एक दिन में 204 विमान की लैंडिंग भी हुई जिसमें 86 चार्टड एवं 118 प्लेन थे। प्रयाग एयरपोर्ट पर लैंड हुए विमानों से दुनिया भी चकित है। प्रयागराज के लिए 50 शहरो से सीधी 13830 ट्रेन को भारतीय रेलवे ने संचालित कराकर कुंभ आने वाले लोगों की सेवा की। कुंभ में 14 फरवरी 2025 को 13 हजार स्वच्छता कर्मियों ने 10 किलोमीटर एरिया में बने संगम घाटों की सफाई कर रिकॉर्ड बनाया। देश के अधिकांश लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की भीड़ मैनेजमेंट, साफ सफाई एवं अन्य व्यवस्था की सराहना करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
भगवान भोले के शिवरात्रि महापर्व के दिन 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज महाकुंभ के अंतिम दिन भी लगभग डेढ़ करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। जिससे अब तक 66.30 करोड़ से अधिक लोगो के पवित्र संगम में डुबकी लगाने का आंकड़ा आया है । प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हुआ डिजिटल दिव्य – भव्य धार्मिक, समागम वाला पूर्ण ‘महाकुंभ  2025’ अब एक इतिहास रच चुका है। यहां अब तक 66.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज की त्रिवेणी में 12 किलोमीटर तक बनाए गए 44 संगम घाटों में सनातन आस्था की पावन डुबकी लगाकर एकता की मिसाल कायम की । कुंभ में 66.30 करोड़ से अधिक की सनातनियों की यह डुबकी वाली संख्या किसी भी धार्मिक, सामाजिक आयोजन में इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सनातन सहभागिता कायम हो चुकी है।
एक अनुमान के मुताबिक भारत में कुल 110 करोड़ से अधिक सनातनी बताएं जाते हैं। इस दृष्टि से महाकुंभ में देश की आधे सनातनी त्रिवेणी संगम के घाटों में पावन डुबकी लगाकर पुण्य फल प्राप्त कर चुका है। महा शिवरात्रि 26 फरवरी 2025 के अंतिम स्नान पर्व तक यह संख्या 66.30 करोड़ से भी ज्यादा हो चुकी थी। दुनिया यह देख कर अचंभित थी कि प्रयाग एयरपोर्ट पर एक विमान लैंड हो रहा है। अन्य विमान उतरने की अनुमति मांग रहे हैं। विमानों को उतरने के लिए प्रयाग एयरपोर्ट पर जगह नहीं मिल पा रही थी।