जिलाधिकारी आगरा की अध्यक्षता में ग्रामीण क्षेत्रों में कराये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक हुई संपन्न

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संवाददाता : रामेश्वर सोनी
आगरा- 31.07.2024/ जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में ग्रामीण क्षेत्रों में कराये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में मियां वाकी पद्धति से कराए गए वृक्षारोपण की समीक्षा में बताया गया कि जनपद के कुल 15 विकास खण्डों में 450 स्थलों का चयन किया गया था, जिन पर 23 लाख 13 हजार पौधों का वृक्षारोपण कराया जाना सुनिश्चित किया गया था। उक्त चयनित स्थलों में से 370 में फेंसिंग का कार्य पूर्ण करा दिया गया है तथा 379 स्थलों पर पुनः सिंचाई की व्यवस्था कर दी गई है। उक्त के संबंध में जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिए की सभी चयनित स्थलों पर पुनः सिंचाई की व्यवस्था व फेंसिंग का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराया जाए । बैठक में मनरेगा योजना से चकरोड पर हुए अतिक्रमण हटाते हुए मिट्टी डलवाने का कार्य की समीक्षा में बताया गया कि मा0 मुख्यमंत्री पोर्टल, आइजीआरएस, तहसील दिवस एवं जनता दर्शन के दौरान चकरोड अतिक्रमण की अब तक प्राप्त 466 शिकायतों के सापेक्ष 204 शिकायतों का निस्तारण करते हुए मनरेगा योजना से मिट्टी डलवाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा अवशेष 213 चकराड़ों पर कार्य पूर्ण करना शेष है, जिसके सापेक्ष 111 में कार्य प्रगति पर है तथा 97 चक की पैमाइश कराया जाना शेष है। उक्त के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि शेष चको की पैमाइश कराकर उन पर भी यथाशीघ्र कार्य प्रारंभ कराया जाए।
बैठक में मनरेगा योजना से तालाबों को नहरों से जोड़ने की समीक्षा में बताया गया कि विकास खंड स्तर पर 179 तालाब पहले से ही नहरों से जुड़े हुए हैं तथा 99 तालाब का चिह्नीकरण कर उन्हें नहरों से जोड़ने का काम किया जा रहा है। वर्तमान में 35 तालाब को नहरों से जोड़ दिया गया है तथा 43 तालाबों को नहरों से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है।
बैठक में बताया गया कि सिंचाई विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार फील्ड गूलों की सफाई अथवा खुदाई का कार्य मनरेगा से कराया जा रहा है, 317 गूलों की सफाई अथवा खुदाई का काम पूर्ण कर लिया गया है तथा 138 गूलो पर कार्य प्रगति पर है। बैठक में निर्माणाधीन बृहद गौ-संरक्षण केंद्र की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कार्यों में शिथिलता न बरती जाए, अन्यथा की स्थिति में जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाही सुनिश्चित की जाएगी, इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी निर्देश दिए की पूर्व में संचालित गौशालाओं हेतु चिन्हित चारागाह में ही चारे का उत्पादन किया जाए, इसके लिए ग्राम सचिव तथा ग्राम प्रधान समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक कार्रवाही पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, जिला विकास अधिकारी श्री राकेश रंजन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी श्री एम.पी. सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र कुमार गोड एवं समस्त खंड विकास अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।