गाजीपुर:
संवाददाता: पुनित कुमार त्रिपाठी
प्राथमिक विद्यालय धरि खुर्द अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र में पढ़ने वाली 5वर्ष बच्ची का हुआ एसिडेंट वाराणसी ट्रामा सेन्टर मे है एडमिट।
गाजीपुर: गाजीपुर जनपद के देवकली ब्लाक अंतर्गत ग्राम सभा धारी खुर्द में प्राथमिक विद्यालय धारी खुर्द अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र आता है जिसमें 15 दिसंबर को एक 5 वर्ष बच्ची का पिकअप के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र के बगल में एक्सीडेंट कर दिया जाता है जिसकी हालत काफी नाजुक बताई जाती है और उसे तत्काल उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर भेजा जाता है आपको बताते चलें कि धारी खुर्द प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में बना आंगनबाड़ी केंद्र है। जिसमें शांति देवी नाम की एक आगनबाड़ी कार्यकर्ती कार्य करती हैं। जिनकी लापरवाही से एक 5 वर्षीय बच्ची का एक्सीडेंट होता है। जोकि धारी खुर्द की मूल निवासी है। लेकिन इस बात को वही दबा दिया जाता है जैसा कि प्रधानाध्यापक श्री अवधेश यादव से बात होती है। तो उन्होंने कहा कि जिस दिन एक्सीडेंट हुआ था, उस दिन हम छुट्टी पर था। लेकिन इसकी सूचना तुरंत बीआरसी नंदगंज को दे दी जाती है। लेकिन वही बीआरसी नंदगंज के प्रभारी उदय चंद्र राय से पूछा जाता है। तो उदय चंद्र राय साफ शब्द में करते हैं कि इसकी जानकारी हमें नहीं है। मुझे आज पता चला कि वहां पर बच्ची का एक्सीडेंट हुआ था। मैं इसका जांच करवाता हूं, कहीं ना कहीं बीआरसी और प्राथमिक विद्यालय की खामियाजा वह बच्ची भुगत रही है। आपको बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश यादव की काफी लापरवाही विद्यालय के प्रति देखने को मिलती है। आए दिन सुबह 9:00 बजे आते हैं और 12:00 बजे चले जाते हैं। जब कोई पूछता है। तो बोलते हैं, कि हम बीआरसी पर हैं। उस दिन भी 17 दिसंबर को जब बीआरसी नंदगंज में फोन करके उदय चंद्र से पूछा जाता है तो उदय चंद्र राय बोलते हैं कि यहां पर अवधेश यादव नहीं आए हैं और उनको पता नहीं है। लेकिन जब अवधेश यादव से पूछा जाता है। तो अवधेश यादव कहते हैं, कि हम बीआरसी जा रहे हैं। बिजली विभाग में कुछ काम है। आज हम नहीं आ पाएंगे, इसका तात्पर्य है। कि कहीं न कहीं अवधेश यादव अपने कार्य से मुंह मोड़ रहे हैं। और विद्यालय जैसे पवित्र जगह को यह लोग दागदार कर रहे हैं। वही पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक से बात हुई तो उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय के अधीन होता है। और उसका जो भी कार्य होता है,वह प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक करते हैं। लेकिन यहां पर तो प्रधानाध्यापक की लापरवाही साफ दिख रही है। शायद प्रशासन द्वारा विद्यालय के प्रांगण में बाउंड्री वाल होती, तो यह घटना कभी घटित नहीं होती, लेकिन शासन की मंशा के विपरीत ग्राम प्रधान ने यह कार्य किया, जहां बाउंड्री वॉल की जरूरत थी वहां पर बाउंड्री वाल ना देकर प्राथमिक विद्यालय जो कि रोड से कुछ दूरी पर है वहां पर बाउंड्री वाल दिया जा रहा है वही मेन रोड पर बना पूर्व माध्यमिक विद्यालय का प्रांगण खुले जगह पर है जहां पर आए दिन सैकड़ों गाड़ियां आती जाती रहती हैं। और बच्चे बाहर आते जाते रहते हैं। कहीं ना कहीं ऐसा लग रहा है कि शासन की मंशा है कि विद्यालय में दुर्घटना बढ़ती रहें, आपको बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्र के सीडीपीओ आजाद अहमद से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि आगनबाड़ी केंद्र में उपस्थित आगनबाड़ी कार्यकर्ती उनको अभी तक कोई सूचना प्रदान नहीं की है। जब मौके पर पहुंचा गया तो आंगनबाड़ी की कार्य करती आंगनबाड़ी केंद्र में ताला लगा कर गायब हो गई थी। आए दिन ऐसा ग्रामीणों के कथना अनुसार सुनने को मिला। आपको बता दें कि ग्राम प्रधान ने बड़ी चालाकी से उस गरीब परिवार को ड्राइवर के द्वारा ₹70000 का भुगतान करा कर समझौता कर दिया। आखिर समझौता एक बार होता है।लेकिन बच्चे हजारों पढ़ रहे हैं आज उस बच्ची के साथ हुई कल किसी बच्ची के साथ होगी इसका जिम्मेदार कौन है। जिला अधिकारी महोदय इस विषय को अपने संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करें, ऐसे लापरवाही फिर दोबारा इस विद्यालय में ना हो,और ऐसे प्रधानाध्यापक ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र व ऐसे बीआरसी में उपस्थित एबीएसए उदय चंद्र राय जैसे कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही कर।