टनकपुर: नव वर्ष के पहले दिन देश के सुविख्यात मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। नववर्ष पर्व पर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने मां पूर्णागिरि धाम में पहुंचकर दर्शन कर मन्नतें मांगीं। मां पूर्णागिरि धाम के नीचे सीढ़ियों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगने से उन्हें दर्शन करने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान मां के जय जयकारों के बीच पूर्णागिरि क्षेत्र भक्ति भाव हो उठा। इधर, पड़ोसी देश नेपाल के महेंद्र नगर और ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। हालांकि, थर्टी फर्स्ट शनिवार को ही भारी संख्या में पूर्णागिरि क्षेत्र में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। श्रद्धालु ट्रेन, परिवहन निगम की बसों, चार्टर बसों, दुपहिया वाहनों और निजी वाहनों से टनकपुर पहुंचे। प्रशासन द्वारा बड़े वाहनों के पार्किंग के लिए उचौलीगोठ स्थित पार्किंग स्थल व बैराज मार्ग और छोटे वाहनों के लिए ठुलीगाड़ और भैरव मंदिर स्थान पर पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
रविवार को सुबह से ही नववर्ष पर भारी संख्या में श्रद्धालु मां पूर्णागिरि धाम पहुंचे। सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें कालिका मंदिर से मुख्य मंदिर तक जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाकर रोका गया। इस दौरान भारी इंतजार करने के बाद श्रद्धालुओं द्वारा मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन किए गए। मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के लिए बाहर से श्रद्धालु मां के डोलो के साथ भजन कीर्तन करते हुए पैदल ही पहुंचे। इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजामात किए गए थे। चम्पावत जिले के अलावा अन्य जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। इसके लिए मुख्य मंदिर से टनकपुर तक 6 सेक्टर बनाए गए थे, साथ ही एक पीएसी प्लाटून, 12 दरोगा और 60 कांस्टेबल तैनात किए गए थे। वही टनकपुर के शारदा घाट में भी श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे। यहां भी अतिरिक्त तैराक पुलिस टीम भी तैनात की गई थी। इधर, पड़ोसी देश नेपाल के महेंद्र नगर और ब्रह्मदेव मंडी स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे।
पीलीभीत से डोले के साथ पहुंचे श्रद्धालु
पीलीभीत से मां के डोले के साथ श्रद्धालुओं की एक टीम मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के लिए पहुंची। टीम के मुखिया सुनील सरन ने बताया कि वह पीलीभीत के वार्ड नंबर 7 से 30 दिसंबर को डोले के साथ पैदल रवाना हुए। उनकी टीम में करीब डेढ़ दर्जन श्रद्धालु मौजूद रहे जो मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन कर वापस पीलीभीत के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि हर वर्ष मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन के लिए मां के डोले के साथ यहां पहुंचते हैं।