मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ स्थित सालारपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का किया भब्य उद्घाटन

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संवाददाता : रिंकू सिंह
आजमगढ़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आजमगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को बड़ा बढ़ावा मिला है । 91.35 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी। बता दे सुबह करीब 10 बजे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पवई थाना क्षेत्र के चंपानगर चकिया, आजमगढ़ स्थित सालारपुर में भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने एक्सप्रेसवे का औपचारिक उद्घाटन किया और एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए विकास का एक नया प्रवेश द्वार साबित होगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, 7283.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, गोरखपुर के जैतपुर (NH-27) से शुरू होकर आजमगढ़ के सालारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ता है। यह पूरी तरह से एक्सेस-कंट्रोल्ड, चार-लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे भविष्य में छह-लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। यह गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ सहित चार जिलों से होकर गुजरता है। एक्सप्रेसवे के चालू होने से गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा का समय घटकर मात्र साढ़े तीन घंटे रह जाएगा, जो पहले लगभग पांच घंटे था । यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाएगा बल्कि व्यापार और वाणिज्य को भी बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
उद्घाटन समारोह के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते हुए गोरखपुर पहुँचे, जहाँ उन्होंने भगवनपुर टोल प्लाजा के पास भी एक औपचारिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने UPEIDA (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) द्वारा स्थापित फोटो गैलरियों का भी दौरा किया और निर्माण एजेंसियों के कर्मियों से मुलाकात कर उनके योगदान की सराहना की। इस एक्सप्रेसवे के साथ-साथ, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए UPEIDA द्वारा एक समर्पित सुरक्षा बेड़े का भी प्रावधान किया गया है, जिसमें एम्बुलेंस, क्रेन और अन्य आपातकालीन वाहन शामिल हैं। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे पर उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली (ATMS) भी लगाई गई है, जिसमें सीसीटीवी कैमरे, गति निगरानी उपकरण और स्वचालित नंबर प्लेट पहचान तकनीक शामिल है, ताकि सुगम यातायात प्रवाह और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।