बाराबंकी: थाना जहांगीराबाद के ग्राम मेढिया फार्म में एक किशोर ने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह परिजनों ने फंदे से लटका हुआ शव देखा तो चीखने चिल्लाने लगे। किशोर काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्राम मेढिया फार्म निवासी शुभकरन रिक्शा चलकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उसके दो पुत्र गांव में ही अलग रहते हैं। छोटा पुत्र अंकित (16) माता-पिता के साथ रहता था। गुरुवार की रात को परिवार ने खाना खाया और अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। सुबह शुभकरन रिक्शा चलाने चला गया। उसकी पत्नी भी खेतों में काम करने चली गई। अंकित घर में अकेला था। मां खेत से वापस लौटी तो अंकित को आवाज लगाया मगर उसने कोई जवाब नहीं दिया। जिस पर वह उसके कमरे में गई वहां अंकित का शव पंखे के हुक से फांसी के फंदे पर लटका था। यह देखकर अंकित की मां चीखने चिल्लाने लगी। उसकी आवाज सुनकर आज पड़ोस के लोग आए तो देखा अंकित का शव लटका हुआ है। सूचना पाकर जहांगीराबाद पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों व स्थानीय लोगों ने बताया कि अंकित कुछ मन से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। इसे लेकर उसका इलाज भी चल रहा था। अंकित की मां ने बताया कि उसके पिता को अभी घटना की जानकारी नहीं हो पाई है। क्योंकि वह शहर में कहीं रिक्शा चला रहे हैं। फोन न होने के कारण उन्हें सूचना तक नहीं दी जा सकी है।
