संवाददाता : त्रिभुवन त्रिपाठी
देवरिया : रविवार, शहर के देवरिया क्लब में संस्कृत विकास परिषद की बैठक आयोजित की गई । मुख्य अतिथि सदर सांसद शशांक मणि ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । कार्यक्रम की शुरुआत शंखनाद और स्वस्तिवाचन से प्रारंभ हुआ । सदर सांसद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत हमारे समृद्ध सनातन धर्म को वैज्ञानिकता प्रदान करने वाली देव वाणी है । आधुनिक परिवेश में संस्कृत भाषा के विकास, उपयोगिता और अर्थ पर चर्चा करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई है । उन्होंने कहा कि देवरिया जिसका पुरातन नाम देवारण्य था उसको आज फिर से सुसज्जित और संगठित करने की आवश्यकता है । एक समृद्ध और सशक्त देवरिया के निर्माण में संस्कृत की उपयोगिता बहुत महत्वपूर्ण है संस्कृत से ही संस्कृति का निर्माण होता है । पूर्वांचल में देवरिया का एक अलग स्थान है तथा सांस्कृतिक रूप से देवरिया में अनेकों महान तपस्वी और साधक रहे हैं । देवरहवा बाबा, बाबा राघव दास, पौहारी महाराज, भगवान पुष्यदंत जैसे संत और महात्माओं की यह कर्मस्थली रही है ।
संस्कृत विकास परिषद की बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने सदर सांसद शशांक मणि को भाजपा का सक्रिय सदस्यता फार्म भरवाकर सक्रिय सदस्य बनाया । बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि संस्कृत हमारी पहचान है और सभी भाषाओं की जननी है । संस्कृत विकास परिषद के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक परंपरा को एक नई ऊर्जा मिलेगी । कार्यक्रम का संचालन डा अभय दिवेदी ने किया । इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष मारकंडे शाही, डा हेमंत मिश्रा, कौशल मिश्रा, अनिल मिश्रा, सत्यप्रकाश तिवारी, सिंहासन पांडे, अशोक मणि, गिरिजेश मणि, प्रभाकर तिवारी, दुर्गेश नाथ त्रिपाठी, सुरेश पांडे, धर्मेंद्र चौहान सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित रहे ।